लखनऊ में शादी समारोह के दौरान बड़ा हादसा, छज्जा गिरने से बच्ची समेत दो की मौत-कई घायल
लखनऊ में शादी समारोह के दौरान बड़ा हादसा, छज्जा गिरने से बच्ची समेत दो की मौत-कई घायल
सरोजनीनगर (लखनऊ)। बिजनौर थानाक्षेत्र के नुर्दीखेड़ा गांव में बृहस्पतिवार देर रात एक शादी समारोह में बड़ा हादसा हो गया। द्वारचार के समय जिस छज्जे पर खड़ी होकर महिलाएं मंगलगीत गा रही थीं वह भरभरा कर गिर गया। इससे पांच साल की मासूम बच्ची और वर पक्ष के पुरोहित की मौत हो गई, जबकि 34 लोग घायल हो गए। सूचना पर पहुंची बिजनौर पुलिस ने गांव वालों की मदद से घायलों को स्थानीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया। जहां गंभीर हालत के चलते आधा दर्जन लोगों को लोकबंधु अस्पताल व केजीएमयू ट्रॉमा सेंटर भेजकर भर्ती कराया गया है। हादसा पुराने छज्जे पर ज्यादा महिलाओं के खड़े होने के कारण हुआ।
प्रभारी निरीक्षक बिजनौर राजकुमार के मुताबिक नुर्दीखेड़ा निवासी जगदीश यादव के परिवार में बेटी की शादी थी। उनके परिवार के शशींद्र यादव की बेटी मनीषा की शादी जालिमखेड़ा के विवेक यादव से तय हुई थी। बृहस्पतिवार शाम को बारात आई। स्वागत के बाद पुश्तैनी मकान में द्वारचार का कार्यक्रम चल रहा था। रात करीब 10 बजे द्वारचार के समय परिवार व गांव की महिलाएं घर के छज्जे पर चढ़कर द्वाराचार के गीत गा रही थी। इसी बीच अधिक भार होने के कारण पुराने मकान का छज्जा अचानक भरभरा कर गिर गया। हादसे में करीब 36 लोग छज्जे के मलबे के नीचे दब गए। इससे मौके पर अफरातफरी मच गई। बाराती व घराती सबलोग मिलकर मलबा हटाकर लोगों को निकालने में जुट गए। इसी बीच पुलिस को सूचना दी गई। प्रभारी निरीक्षक राजकुमार के मुताबिक पुलिस ने मौके पर पहुंचकर लोगों को ग्रामीणों की मदद से मलबे से बाहर निकाला। घायलावस्था में करीब 36 लोगों को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर भेजा गया। इसमें गंभीर रूप से घायल पांच लोगों को लोकबंधु अस्पताल रेफर किया गया। वहां इलाज के दौरान वर पक्ष के पुरोहित कल्ली पश्चिम निवासी राम किशोर तिवारी (45) और पांच साल की मासूम श्रद्धा पुत्री मोतीलाल की मौत हो गई। ठाकुरगंज निवासी बच्ची ननिहाल में शादी समारोह में शामिल होने आई थी। हादसे के कुछ घायलों को ट्रॉमा सेंटर में भी भर्ती कराया गया।
खुशियों के गीतों की जगह मच गई चीखपुकार
जगदीश यादव की भतीजी की शादी थी। बारात का स्वागत करने के बाद महिलाएं मंगल गीत गा रही थीं। इसी मंगल गीत के बीच द्वारचार की रस्म निभाई जा रही थी। इसी बीच अचानक छज्जा गिरने से पूरे गांव में मंगलगीत की जगह चीखपुकार मच गई। हर तरफ अंधेरा व धूल का गुबार छा गया। लोगों की चीखपुकार में कोई यह नहीं समझ सका कि बाराती छज्जे के नीचे दबे हैं या घर के लोग। आनन-फानन सभी मिलकर लोगाें को बाहर निकालने में जुट गए।
एक पुरोहित की जान गई दूसरा घायल
हादसे में जान गंवाने वाले कल्ली पश्चिम निवासी रामकिशोर तिवारी वर पक्ष से पुरोहित थे। उधर, कन्या पक्ष के पुरोहित शाहपुर मजगांव चंद्रावल निवासी राधेश्याम तिवारी और बलवंतखेड़ा माती के संदीप भी गंभीर रूप से घायल हो गए। दोनों का इलाज लोकबंधु अस्पताल में इलाज चल रहा है। अन्य घायलों में मनोज यादव, रिंकू यादव, विक्रम, प्रिंस यादव, राधा यादव, विशाल यादव, दुल्हन के पिता शशींद्र उर्फ बाबूलाल यादव, ऊषा देवी, ज्ञान यादव भी शामिल हैं। हादसे की सूचना पर डीसीपी मध्य अपर्णा रजत कौशिक अपनी टीम के साथ पहुंच गई। हादसे के बाद से गांव में मातम का माहौल है।